बहरे रमल मुसम्मन महजूफ़
2122 2122 2122 212
*चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
*दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्करा के चल दिए ।
*आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
*होश वालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज है
*यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िंदगी
*मंज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह
*सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
*ऐ गम-ए-दिल क्या करूँ ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ |
*चार दिन की चांदनी है फिर अंधेरी रात है |
*ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े बलम
2122 2122 2122 212
*चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
*दिल के टुकड़े टुकड़े कर के मुस्करा के चल दिए ।
*आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे
*होश वालों को खबर क्या बेखुदी क्या चीज है
*यारी है ईमान मेरा यार मेरी ज़िंदगी
*मंज़िलें अपनी जगह हैं रास्ते अपनी जगह
*सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
*ऐ गम-ए-दिल क्या करूँ ऐ वहशत-ए-दिल क्या करूँ |
*चार दिन की चांदनी है फिर अंधेरी रात है |
*ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े बलम
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ReplyDelete2212 2212 122 koi meter ho sakta hai
ReplyDeleteनहीं 2122-2122-212हो सकता है
Deleteक्या 2122 2122 2122 2 बहर हो सकता है?
ReplyDeleteYes
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