यह बहर बड़ी ही आसान,सरल,सहज, दिलकश लोक प्रिय , गेय , संगीतमय मारूफ़ और मानूस बह्र है । यही कारण है कि हिन्दी फ़िल्मों में बहुत से गाने इसी बह्र में लिखे गये जो आज भी उतने ही लोकप्रिय कर्णप्रिय है जितने कल थे ।
*तेरे प्यार का आसरा चाहता हूं ।
*वो जब याद आये बहुत याद आये।
*उठेगी तम्हारी नज़र धीरे-धीरे ।
*इशारों-इशारों में दिल लेने वाले ।
*तुम्हें प्यार करते हैं करते रहेंगे ।
*अकेले अकेले कहाँ जा रहे हो ।
*न तुम बे-वफ़ा हो न हम बे-वफ़ा है ।
*हमीं से मुहब्बत हमीं से लड़ाई
*मुझे दुनिया वालों, शराबी न समझो
*सितारों के आगे जहां और भी हैं ।
*ये महलों ये तख्तों ये ताजों की दुनियां
*मुझे प्यार की ज़िंदगी देने वाले ।
*मुहब्बत की झूठी कहानी पे रोए ।
*संभाला है मैंने बहुत अपने दिल को ।
*ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी के लो
*जो तुम आ गए हो तो नूर आ गया है
*ये माना मेरी जाँ मुहब्बत जवाँ है ।
*मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू ।
*जो वादा किया वो निभाना पड़ेगा ।
*जिन्हें नाज़ है हिन्द पर वो कहाँ हैं ।
*मुबारक हो तुमको समां ये सुहाना ।
*बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा ।
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